Posts

Showing posts from January, 2016

दिल जलाने की बात करते हो...

दिल जलाने की बात करते हो, आशियाने की बात करते हो... दिल जलाने की बात करते हो आशियाने की बात करते हो सारी दुनिया के रंज-ओ-ग़म  दे कर मुस्कुराने की बात करते हो हम को अपनी ख़बर नहीं यारों तुम ज़माने की बात करते हो ज़िक्र मेरा सुना तो चिढ़ के कहा किस दीवाने की बात करते हो हादसा था गुज़र गया होगा किसके जाने की बात करते हो रस्म-ए-उल्फ़त, ख़ुलूस, तर्ज़-ए-वफ़ा किस ज़माने की बात करते हो शायर: जावेद कुरेशी Word Meanings: (रस्म-ए-उल्फ़त = प्रेम/ स्नेह की परम्परा), (ख़ुलूस = सरलता और निष्कपटता, सच्चाई, निष्ठां), (तर्ज़-ए-वफ़ा = वफ़ा की रीति/ ढंग) (रंज = कष्ट, दुःख, आघात, पीड़ा) Click here to listen this Ghazal (YouTube Link)  

झोंका हवा का आज भी...

झोंका हवा का आज भी, ज़ुल्फ़ें उड़ाता होगा ना? तेरा दुपट्टा, आज भी तेरे, सर से सरकता होगा ना? बालों में तेरे आज भी, फूल कोई सजता होगा ना? ठण्डी हवाएं रातों में, तुझको थपकियाँ देती होंगी ना..... चाँद की ठण्डक ख़्वाबों में, तुझको लेके तो जाती होगी ना, सूरज की किरणें, सुबह को तेरी, नींदें उड़ाती होंगी ना.. मेरे ख़यालों में सनम, खुद से ही बातें करती होगी ना.. मैं देखता हूँ, छुप-छुप के तुमको, महसूस करती होगी ना झोंका हवा का... काग़ज़ पे मेरी, तसवीर जैसी, कुछ तो बनाती होगी ना उलट-पलट के, देख के उसको, जी भर के हँसती होगी ना हँसते-हँसते आँखें तुम्हारी, भर-भर आती होंगी ना मुझको ढका था धूप में जिससे, वो आँचल भीगोती होगी ना सावन की रिमझिम, मेरा तराना, याद दिलाती होगी ना इक इक मेरी बातें तुमको, याद तो आती होगी ना क्या तुम मेरे इन सब सवालों का कुछ तो जवाब दोगी ना Movie/Album: हम दिल दे चुके सनम (1999) Music By: इस्माईल दरबार Lyrics By: महबूब Performed By: हरिहरन Click here to listen Song (YouTube Link)