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Showing posts from August, 2015

इतना टूटा हूँ के..

इतना टूटा हूँ के छूने से बिखर जाऊँगा, अब अगर और दुआ दोगे तो मर जाऊँगा.. पूछकर मेरा पता वक्त रायदा न करो मैं तो बंजारा हूँ क्या जाने किधर जाऊँगा इतना टूटा हूँ के... हर तरफ़ धुंध है, जुगनू है, न चराग कोई कौन पहचानेगा बस्ती में अगर जाऊँगा इतना टूटा हूँ के... ज़िन्दगी मैं भी मुसाफिर हूँ तेरी कश्ती का तू जहाँ मुझसे कहेगी मैं उतर जाऊँग इतना टूटा हूँ के... फूल रह जायेंगे गुलदानों में यादों की नज़र मै तो खुशबु हूँ फिज़ाओं में बिखर जाऊँगा इतना टूटा हूँ के...  Translation:  रायदा: waste कश्ती: boat Source: To Listen Song, Click here! Lyrics By: मोईन नज़र Performed By: गुलाम अली

आइना सामने रखोगे तो ..

आइना सामने रखोगे तो याद आऊंगा, अपनी जुल्फों को संवारोगे तो याद आऊंगा .. आइना सामने रखोगे तो.. भूल जाना मुझे आसान नहीं है इतना, जब मुझे भूलना चाहोगे तो याद आऊंगा.. आइना सामने रखोगे तो याद आऊंगा .. एक दिन भीगे थे बरसात में हम तुम दोनों, अब जो बरसात में भीगोगे तो याद आऊंगा .. आइना सामने रखोगे तो याद आऊंगा .. याद आऊंगा उदासी की जो रुत आएगी, जब कोई जश्न मनाओगे तो याद आऊंगा .. आइना सामने रखोगे तो याद आऊंगा.. अपनी जुल्फों को संवारोगे तो याद आऊंगा आइना सामने रखोगे ............ Source:  To Listen Song, Click here!