देखो, तुम्हारे प्यार में क्या मुकाम पाया हमने..
किस कदर पुरनूर हूँ, तेरी नूर से उल्फत,
न बेवफाई का डर है, न जुदाई का खौफ..
पुरनूर = रौशन (Brighten),
नूर = प्रकाश (Light),
उल्फत = मुहब्बत (Love)
Author- Self.
न बेवफाई का डर है, न जुदाई का खौफ..
पुरनूर = रौशन (Brighten),
नूर = प्रकाश (Light),
उल्फत = मुहब्बत (Love)
Author- Self.
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