क्या करना है...

आज उसके चाहने वालों का उसकी गली में धरना है, यहीं पर रुक जाओ आगे क्या मरना है?

रूह किसी को सौंप आए हो तो ये जिस्म भी ले जाओ,
वैसे भी मैंने इस खाली बोतल का क्या करना है?

 ~ तहज़ीब हाफ़ी

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