सफर - ए - हौसला नहीं मिलता..

सब हसीन मिलते, कोई दिलकश नहीं मिलता;
जो तुम नहीं मिलती, मैं खुद से नहीं मिलता...


वजह-ए-तिश्नगी खबर है मुझे, वरना यहां क्या नहीं मिलता;
जो तुम न मिलती अब, सफर - ए - हौसला नहीं मिलता..

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